Astro Pankaj Seth

कुंडली के एकादश भाव में राहु का प्रभाव

कुंडली के एकादश भाव में राहु का प्रभाव

1)कुंडली के एकादश भाव में राहु का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम राहु और एकादश भाव के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे।

2) एकादश भाव उपचय भाव होता है और ऐसा माना जाता है कि नैसर्गिक पापी ग्रह उपचय भाव में शुभ फल देते हैं। अतः राहु एकादश भाव में उत्तम माना जाता है।

3) ऐसी मान्यता है कि राहु जिस भाव में स्थित होता है उस भाव के नैसर्गिक कारकत्व को यह बढ़ा देता है, खासकर भाव के भौतिकवादी फल को। अतः एकादश भाव जो कि लाभ स्थान है उसमें राहु जातक को उत्तम धन लाभ देता है। अतः जातक धनी हो सकता है। जातक स्वाभव से ज्यादा मनी माइंडेड व्यक्ति हो सकता है। जातक सांसारिक सुविधा की ओर बहुत ज्यादा आकर्षित रह सकता है।

4) राहु विदेशी वस्तुओं का कारक है, अतः एकादश भाव में स्थित राहु के कारण जातक विदेश से अपने संबंधों के कारण धन या लाभ प्राप्त कर सकता है। जातक किसी उद्योग या व्यापार से भी धन लाभ प्राप्त कर सकता है। राहु अनैतिक कार्य और गैर कानूनी कार्य का कारक है अतः एकादश भाव में स्थित राहु, जातक को गैर कानूनी तरीके से लाभ दिला सकता है। जातक खेती या फार्म हाउस से लाभ अर्जित कर सकता है।

5) एकादश भाव में स्थित राहु जातक को दीर्घायु बनाता है। लेकिन जातक विभिन्न प्रकार की बीमारियों से पीड़ित तरह सकता है। जातक के कानों में या पैरों में किसी प्रकार की कोई दिक्कत हो सकती है। जातक की संतान की संख्या कम हो सकती है। जातक के वैवाहिक जीवन में परेशानी हो सकती है।

6) एकादश भाव में स्थित राहु जातक के बड़े भाई के साथ संबंध भी खराब करता है। जातक और भाई के बीच बेवजह के विवाद हो सकते हैं। जातक के बड़े भाई को स्वास्थ्य संबंधित समस्या हो सकती है।

7) एकादश भाव में स्थित राहु जातक को बहादुर बनाता है। जातक अपने शत्रु पर विजय प्राप्त करता है। जातक सेना में या पुलिस में हो सकता है।

8) एकादश भाव में राहु के कारण जातक मित्र बनाने में एक्सपर्ट होगा। जातक के कई मित्र होंगे। जातक अपने मित्रों का यूज़ करना बखूबी जानता होगा। जातक प्रेम संबंध स्थापित करने में निपुण होगा।

9) एकादश भाव में स्थित राहु जातक को उत्तम लीडरशिप क्वालिटी देता है। अतः जातक एक प्रसिद्ध नेता बन सकता है। जातक लोअर क्लास के व्यक्तियों के बीच बहुत ज्यादा प्रसिद्ध हो सकता है।

10) एकादश भाव में स्थित राहु के कारण जातक की अनेकों यात्राएं होती है। जातक विदेश यात्रा की कर सकता है। जातक को उत्तम प्रसिद्धि प्राप्त होती है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *