Astro Pankaj Seth

ketu

कुंडली के द्वितीय भाव में केतु का प्रभाव

कुंडली के द्वितीय भाव में केतु का प्रभाव 1)कुंडली के द्वितीय भाव में केतु के प्रभाव को जानने के लिए सर्वप्रथम हम केतु और द्वितीय भाव के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) द्वितीय भाव में स्थित केतू के कारण जातक रुखा वचन बोलने वाला हो सकता है। जातक किसी भी व्यक्ति […]

कुंडली के द्वितीय भाव में केतु का प्रभाव Read More »

कुंडली के प्रथम भाव में केतु का प्रभाव

कुंडली के प्रथम भाव में केतु का प्रभाव 1)कुंडली के प्रथम भाव में केतु का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम प्रथम भाव और केतु के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) प्रथम भाव में स्थित केतु के कारण जातक लंबे कद के व्यक्ति होता है। जातक साफ-सुथरे रंग का व्यक्ति होता

कुंडली के प्रथम भाव में केतु का प्रभाव Read More »

कुंडली के द्वादश भाव में सूर्य का प्रभाव

कुंडली के द्वादश भाव में सूर्य का प्रभाव 1)कुंडली के द्वादश भाव में सूर्य के प्रभाव को जानने के लिए सर्वप्रथम हम सूर्य और द्वादश भाव के कारक के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) द्वादश भाव में सूर्य जातक को प्रसिद्ध और भाग्यशाली बनाता है। जातक की प्रसिद्धि जन्म स्थान से दूर के स्थलों

कुंडली के द्वादश भाव में सूर्य का प्रभाव Read More »

केतु देव आध्यात्मिकता के कारक

केतु देव 1) स्थिति – असुर 2) दृष्टि – खुद की स्थिति से 5 वीं और 9 वीं भाव, और राशी दृष्टि 3) किसी भी राशि का स्वामी  नहीं  है। लेकिन वह खुद की दशा के दौरान भाव जहां बैठते  हैं, उस भाव के स्वामी की तरह व्यवहार करते हैं। 4) उच्च राशी – धनु

केतु देव आध्यात्मिकता के कारक Read More »